Monday, October 8, 2007

प्यार


तुम जानते हो कैसा लगता है किसी से प्यार होने पर
कोई तुम्हे चाहने लगता है
कोई हर रात तुन्हारे सपने देखा कर्ता है
किसी को तुम्हारा इंतज़ार रहता है
उसे तुम्हारे बिना अकेलापन महसूस होता है
कोई चाहता है कि किसी दिन तुम उसके पास आजाओ
मेरी आंखों में झानको
तो जानो तुम मेरे लिए क्या हो
अपने दिल में खोजो
अपने मन में खोजो
मुझे वहां न पाओ तो बोलो
तुम्हारे लिए मरना भी मुश्किल नही है
परंतु तुमने तो मेरे साथ ही न दिया
फिर भी मैं तुम्हे अपने दिल से नही निकल सकी
मैने लोगो को चाहा \लेकिन ऐसा नही चाहा जैसा तुम्हे चाहा
अब तुम जा राहे हो
तुम
बस तुम ही थे मेरे लिए
मेरी जिन्दगी में

जलपरी - १, ३

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